
हेल वाश की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार, 6 अप्रैल, 1403 को मानवाधिकार कार्यकर्ता और पूर्व राजनीतिक कैदी होसैन रोनाघी ने ज़ाहेदान की यात्रा के दौरान मौलवी अब्दुल हामिद से मुलाकात की और बात की।
इस बैठक में श्री रोनाघी ने मौलवी अब्दुल हमीद और मक्की मस्जिद के अतिथि के रूप में इफ्तार किया।